इस चिट्ठी में मेरी बर्लिन यात्रा का वर्णन है।
यात्रा वर्णन में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं travel | 6 Comments »
इस चिट्ठी में वेब के इतिहास, उसके आविष्कार, उसके भविष्य, उसके कारण उठ रही मुश्किलों, सवालों, कानूनी अड़चनों और उनके समाधान के बारे में चर्चा की गयी है। यह लेख मेरे उन्मुक्त और छुट-पुट चिट्ठे पर कई कड़ियों में प्रकाशित हो चुका है। इसकी अलग अलग कड़ियों को आप नीचे दिये गये लिंक पर चटका लगा कर पढ़ सकते हैं।
इसकी अधिकतर कड़ियों को, आप सुन भी सकते हैं। सुनने के लिये नीचे लिंक के बगल में ब्रैकेट ( ) के अन्दर लिखे लिंक पर चटका लगायें। अधिकतर ऑडियो फाइलें ogg फॉरमैट में है। इस फॉरमैट की फाईलों को आप –
टिम बरनर्स् ली (►)।। इंटरनेट क्या होता है (►)।। वेब क्या होता है (►)।। वेब २.० (►)।। सॅमेंटिक वेब क्या है? ( ►)।। इंटरनेट का प्रयोग – मौलिक अधिकार है।। लिकिंग, क्या यह गलत है (►)।। चित्र जोड़ना ठीक नहीं (►)।। बैंडविड्थ की चोरी – क्या यह गैर कानूनी है (►) ।। बैंडविड्थ की चोरी – कब गैरकानूनी है (►)।। फ्रेमिंग भी ठीक नहीं ( ►)।। डोमेन नाम विवाद क्या होता है (►)।। समान डोमेन नाम विवाद नीति, साइबर और टाइपो स्कवैटिंग (►)।। की वर्ड और मॅटा टैग विवाद (►)।। गोलमाल है भाई गोलमाल (►)।। गाना, विडियो अपलोड करने वालों – सावधान।। अन्तरजाल पर कानून में टकराव (►)।। समकक्ष कंप्यूटर के बीच फाइल शेयरिंग (►)।। शॉ फैनिंग, नैपस्टर सॉफ्टवेयर, और उस पर चला मुकदमा (►)।। कज़ा केस (►)। ग्रॉकस्टर केस (►)।। ग्रॉकस्टर केस में अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय का फैसला (►)।।
अन्तरजाल, नव युग का सबसे रोचक आविष्कार है। इसने मानव सभ्यता को जितना अधिक प्रभावित किया उससे अधिक किसी और आविष्कार ने नहीं। आइये सबसे पहले इसके आविष्कारक ‘टिम बरनर्स् ली’, के बारे में जाने।
(Cartoon by Peter Steiner. The New Yorker, July 5, 1993 issue [Vol.69 no. 20] page 61 – taken from here.) Continue Reading »
कानून, सॉफ्टवेयर, हिन्दी, IPR में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं Declaration of the Rights of Man and of the Citizen, file sharing, hindi, Information Technology, Intellectual property, Intellectual Property Rights, Internet, IPR, law, open source, OSS, p2p, peer to peer, Presumption of innocence, science, software, Technology, web | 4 Comments »
यह चिट्ठी रिश्तों के बारे में है, उनसे निकलती खुशबू, जीवन के भावात्मक पहलू दर्द, प्रेम, मित्रता के बारे में है।
यह मेरे ‘उन्मुक्त‘ चिट्ठे पर कई कड़ियों में प्रकाशित हो चुकी है। इसका कुछ भाग मेरी पत्नी शुभा ने अपने चिट्ठे ‘मुन्ने के बापू‘ पर लिखा है। उसके कहने पर, उन चिट्ठियों को भी यहां जोड़ रहा हूं। यह लेख इन सारी कड़ियों को सम्पादित कर, प्रकाशित किया जा रहा हूं। यदि आप इसे कड़ियों में पढ़ना चाहते हैं तो नीचे चटका लगा कर पढ़ सकते हैं।
भूमिका।। सबसे प्रिय गीत, प्रिय क्षण – दर्द की यादें हैं। sweetest songs are those that tell of saddest thought।। कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन, बीते हुए दिन वो मेरे प्यारे पल छिन।। प्यार में अफसोस नहीं ।। रोमन हॉलीडे – पत्रकारिता।। अनन्त प्रेम।। अम्मां – बचपन की यादों में।। यहां सेक्स पर बात करना वर्जित है।। करो वही, जिस पर विश्वास हो।। जो करना है वह अपने बल बूते पर करो।। अम्मां – अन्तिम समय पर।। मैं तुमसे प्यार करता हूं कहने के एक तरीका यह भी।। पुराने रिश्तों में नया-पन, नये रिश्तें बनाने से बेहतर है।। प्रेम तो है बस विश्वास, इसे बांध कर रिशतों की दुहाई न दो।। निष्कर्ष – प्यार को प्यार ही रहने दो, कोई नाम न दो।। पुनः लेख – जीना इसी का नाम है।। Continue Reading »
दर्शन में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं Family, Inspiration, Life, Relationship | 5 Comments »
यात्रा वर्णन, Uncategorized में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं travel | 9 Comments »
यात्रा वर्णन में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं travel | 9 Comments »
यह बच्चन जी की जीवनी का चौथा एवं अंतिम भाग है। बच्चन जी इलाहाबाद में क्लाईव रोड पर जिस बंगले में रहते थे, उसके कमरों में दरवाजे, खिड़कियों और रोशनदान को मिलाकर १०-१० खुली जगहें थी, इसलिये उसका नाम उन्होंने दशद्वार रख दिया। Continue Reading »
पुस्तक समीक्षा में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं book review | 2 Comments »
‘बसेरे से दूर’, बच्चन जी की आत्म कथा का तीसरा भाग है। इसमें उस समय की बात है जब वे इलाहाबाद से दूर रहे।
जीवनी, पुस्तक समीक्षा में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं book review | 6 Comments »
नीड़ का निर्माण फिर बच्चन जी की जीवनी का दूसरा भाग है, यह भाग उनकी पहली पत्नी श्यामा की मृत्यु से शुरू होकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पुनः दाखिले, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नियुक्ति, तेजी जी से मिलन, अमिताभ एवं अजिताभ पुत्र रत्न की प्राप्ति, और उनके शिखर पर पहुंचने की कथा है। इस दौरान उन्होने अपने बसेरे का निर्माण किया शायद इसलिये इस भाग का नाम उन्होंने ‘नीड़ का निर्माण फिर’ रखा। Continue Reading »
जीवनी, पुस्तक समीक्षा में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं book review | 3 Comments »
अमिताभ बच्चन के पिता, मधुशाला के लेखक – हरिवंश राय बच्चन का जन्म २७ नवम्बर १९०७ में इलाहाबाद के पास प्रतापगढ़ जिले के एक गांव में हुआ था। उन्होने अपनी अधिकतर पढ़ायी इलाहाबाद में की और यहीं पर नौकरी भी की। १९५५ में, जवाहर लाल नहरू, इन्हें दिल्ली ले गये। वे राज्य सभा के सदस्य रहे। १९६९ में उन्हें साहित्य आकदमी का पुरुस्कार मिला। वे पद्म भूषण, सरस्वती सम्मान, और यश भारती सम्मान से भी नवाज़े गये। उनकी मृत्यु १८ जनवरी २००३ में हो गयी।
बच्चन जी ने अपनी आत्मकथा चार खन्डो में लिखी है। इस चिट्ठी में उनकी आत्मकथा के पहले भाग क्या भूलूं क्या याद करूं की समीक्षा है। Continue Reading »
जीवनी, पुस्तक समीक्षा में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं book review | 4 Comments »
यह लेख रिचार्ड फाइनमेन के लिखे पत्रों संग्रहीत कर लिखी गयी पुस्तक ‘क्या आपके पास सोचने का समय नहीं है’ (Don’t you have time to think) की पुस्तक समीक्षा है और इन पत्रों के माध्यम से उनके दर्शन, उनके जीवन के मूल्यों पर भी एक नज़र डालती है।
जीवनी, दर्शन, पुस्तक समीक्षा, विज्ञान में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं book review, feynman, hindi, noble laureate, science | 5 Comments »
यह लेख महिलाओं की अपने अधिकारों की कानूनी लड़ाई के बारे में है। इसमें महिला अधिकार और सशक्तिकरण की चर्चा है।
यह लेख मेरे उन्मुक्त चिट्ठे पर कई कड़ियों में प्रकाशित हो चुका है। यदि इसे आप अलग अलग पढ़ना या सुनना चाहें तो उन कड़ियों पर जा कर पढ़ एवं सुन सकते हैं। कड़ियां का लिंक नीचे है।
महिला दिवस|| लैंगिक न्याय – Gender Justice|| संविधान, कानूनी प्राविधान और अंतरराष्ट्रीय दस्तावेज।। ‘व्यक्ति’ शब्द पर ६० साल का विवाद – भूमिका।। इंगलैंड में व्यक्ति शब्द पर इंगलैंड में कुछ निर्णय।। अमेरिका तथा अन्य देशों के निर्णय – विवाद का अन्त।। व्यक्ति शब्द पर भारतीय निर्णय और क्रॉर्नीलिआ सोरबजी।। स्वीय विधि (Personal Law)।। महिलाओं को भरण-पोषण भत्ता।। Alimony और Patrimony।। अपने देश में Patrimony – घरेलू हिंसा अधिनियम।। विवाह सम्बन्धी अपराधों के विषय में।। यौन अपराध।। बलात्कार परीक्षण – साक्ष्य, प्रक्रिया।। दहेज संबन्धित कानून।। काम करने की जगह पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़।। समानता – समान काम, समान वेतन।। स्वतंत्रता।। एकान्तता और निष्कर्ष।।
बकबक फोल्डर की कई फाईलें ogg, ओपेन सोर्स फॉरमैट, मे हैं। मैंने इसे ogg फॉरमैट में क्यों रखा है यह आप मेरे उन्मुक्त चिट्ठे की पापा, क्या आप उलझन में हैं चिट्ठी पर पढ़ सकते हैं। ogg फॉरमैट की फाईलों को आप,
सुन सकते हैं।
विंडोज़ पर सुनने के लिये इसे डाउनलोड कर सुरक्षित रख लें। उसके बाद Audacity या WinAmp को में डाउनलोड की गयी फाइल को खोल लें।
कानून, महिला सशक्तिकरण, Uncategorized में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं gender justice, women empowerment, women rights | 10 Comments »
इस चिट्ठी में मेरी केरल में कोज़ीकोड, पूकोड झील, वायनाड वन्य प्राणीशाला, और एडक्कल गुफाओं की यात्रा का वर्णन है।
यात्रा वर्णन में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं travel | 4 Comments »
इस चिट्ठी में, पौधों की किस्में और जैविक भिन्नता पर पेटंट कराये जाने पर चर्चा है।
कानून, IPR में प्रकाशित किया गया | 4 Comments »
(यह कहानी नहीं, सच है। लेकिन यह किसी एक लड़की या महिला की कहानी नहीं है। यह उन कई महिलाओं और लड़कियों की दास्तान और अनुभवों को मिला कर लिखी गयी है जिनसे मुझे मिलने का, बात करने का, मौका मिला – और जीवन की सच्चाई भी पता चली। उर्मिला एक काल्पनिक नाम है। मैं आज तक किसी लड़की या महिला से नहीं मिला जिसका नाम उर्मिला हो। )
दर्शन, हिन्दी, Uncategorized में प्रकाशित किया गया | 22 Comments »
इस चिट्ठी में बताया गया है कि क्यों ज्योतिष, अंक, और हस्तरेखा विद्या के पीछे कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है।
खगोलशास्त्र, दर्शन, विज्ञान, Uncategorized में प्रकाशित किया गया | टैग की गईं Alpha Centauri, Astronomy, Centaurus | 193 Comments »